भारत पारंपरिक हर्षोल्लास और धार्मिक भावना के साथ नए वर्ष 2025 का स्वागत कर रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने नववर्ष की पूर्व संध्या पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा कि नया वर्ष सभी के जीवन में नई उम्मीदों, सपनों और आकांक्षाओं की शुरुआत का प्रतीक है। वहीं, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी इस अवसर पर नागरिकों से लोकतांत्रिक मूल्यों को कायम रखने और राष्ट्र को सर्वोपरि रखने का आग्रह किया।
राजधानी दिल्ली में धार्मिक उत्साह और उत्सव के माहौल के साथ नए वर्ष 2025 का स्वागत किया गया। वर्ष के पहले दिन बिरला मंदिर और झंडेवालान सहित विभिन्न मंदिरों में सुबह की आरती में शामिल होने और देवी देवताओं का आशीर्वाद लेने के लिए लोग उमड़ पड़े। शहर में नववर्ष के उत्सव के दौरान सुरक्षा और शांतिपूर्ण माहौल सुनिश्चित करने के लिए 20 हजार से अधिक पुलिस कर्मियों और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया।
संपूर्ण विश्व में लोगों ने 2024 को अलविदा कहा है और 2025 का स्वागत कर रहे हैं। दुनिया भर के तमाम शहरों में नए साल का उत्सव मनाया जा रहा है जिसमें स्थानीय संस्कृतियों और परंपराओं की झलक देखने को मिल रही है। प्रशांत महासागर के द्वीप राष्ट्र किरिबाती में सबसे पहले 2025 का शुभारंभ हुआ। वहां के एक लाख 33 हजार 500 नागरिक जश्न में डूबे दिखे। इसके बाद न्यूजीलैंड के चैथम द्वीप समूह में भी 2025 का सूर्योदय हुआ।