प्रकाश का पर्व दीपावली आज समूचे देश में पारंपरिक उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक यह त्योहार मंदिरों, घरों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर रोशनी करके मनाया जाता है। इस अवसर पर लोग धन की देवी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करते हैं।
देश भर में अलग-अलग स्थानों में शहरों की सड़कों और बाजारों को रंग-बिरंगी लड़ियों और फूलों से सजाया गया है। इधर, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में, बड़ी संख्या में लोग दीपावली के अवसर पर स्वदेशी वस्तुओं सहित अन्य वस्तुओं की खरीदारी के कर रहे हैं।
इस बीच, दिल्ली पुलिस ने शहर में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हैं। प्रमुख बाजारों, भीड़-भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों और व्यावसायिक केंद्रों पर विशेष सुरक्षा उपाय किए गए हैं। समूचे शहर में दिल्ली पुलिस के जवानों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की टुकडियों को भी तैनात किया गया है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान और राम मनोहर लोहिया अस्पताल सहित दिल्ली के प्रमुख अस्पतालों ने दीपावली के दौरान जलने की घटनाओं के उपचार की व्यापक तैयारियां किए गए हैं। एम्स के बर्न्स एंड सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. मनीष सिंघल ने बताया कि इसके लिए आईसीयू, बेड और ऑपरेशन थिएटर तैयार किए गए हैं और इस तरह की दुर्घटनाओं के लिए डॉक्टरों की टीम को तैनात किया गया है।
आरएमएल अस्पताल में, बर्न्स एंड प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डॉ. मुकेश शर्मा ने कहा, जलने से पीड़ित मरीजों को तत्काल उपचार प्रदान करने के लिए विशेष बेड और ऑपरेशन थिएटर बनाए गए हैं।
दूसरी ओर, दिल्ली अग्निशमन विभाग ने आग से संबंधित घटनाओं से निपटने के लिए 41 स्थानों की पहचान की है जहाँ 24 त्वरित प्रतिक्रिया वाहनों सहित दमकल वाहन तैनात हैं। उप मुख्य अग्निशमन अधिकारी ए.के. मलिक ने कहा कि दिल्ली के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, दिल्ली अग्निशमन सेवा पूरी दक्षता के साथ काम कर रही है और सभी व्यवस्थाएँ पूरी कर ली गई हैं।
हाल ही में, सर्वोच्च न्यायालय ने इस महीने की 18 से 21 तारीख के बीच दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में हरित पटाखों की बिक्री और उन्हें चलाने की अनुमति दी थी, लेकिन समय सीमा सुबह 6 बजे से 7 बजे तक और रात 8 बजे से 10 बजे तक सीमित कर दी थी।