हमीरपुर 06 अक्तूबर। नगर एवं ग्राम नियोजन, आवास और तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा है कि दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने के लिए आईटीआई और अन्य तकनीकी शिक्षण संस्थानों में इन लोगों की जरुरत के अनुसार विशेष कोर्स डिजाइन किए जाएंगे। रविवार को यहां बचत भवन में पहचान संस्था के विशेष बच्चों के स्कूल के नौंवे वार्षिक उत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए राजेश धर्माणी ने कहा कि हालांकि, कई तकनीकी शिक्षण संस्थानों में कुछ कोर्स पहले ही चलाए जा रहे हैं, लेकिन बदलती जरुरतों के अनुसार कुछ अन्य कोर्स भी शामिल किए जाएंगे। इन संस्थानों के अलावा कौशल विकास निगम के माध्यम से भी अल्प अवधि के कोर्स करवाए जा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि दिव्यांग बच्चे भगवान का रूप होते हैं और इनमें कोई न कोई प्रतिभा छिपी होती है। उस दिव्य शक्ति एवं प्रतिभा की पहचान करके तथा उन्हें प्रशिक्षित करने की दिशा में प्रदेश सरकार विशेष प्रयास कर रही है। राजेश धर्माणी ने बताया कि सोलन जिला में दिव्यांगजनों के लिए एक बड़ा संस्थान खोला जाएगा, जिसमें इनके प्रशिक्षण एवं पुनर्वास सहित सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
पहचान संस्था के कार्यों की सराहना करते हुए राजेश धर्माणी ने कहा कि दिव्यांग बच्चों में लाइफ स्किल्स विकसित करने पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए, ताकि ये बच्चे अपनी आम दिनचर्या में आत्मनिर्भर बन सकें। उन्होंने अधिकारियों को पहचान स्कूल के लिए भूमि हस्तांतरण के मामले को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए तथा संस्था को 50 हजार रुपये की राशि देने की घोषणा भी की। उन्होंने विशेष बच्चों द्वारा बनाई गई मोमबत्ती, दीयों और अन्य सामग्री की प्रदर्शनी का शुभारंभ किया तथा पहचान संस्था का सहयोग करने वाले विभिन्न संगठनों एवं नागरिकों को सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा ने भी अपने संदेश में पहचान स्कूल की सराहना की तथा इसमें विभिन्न सुविधाओं के विस्तार के लिए हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।
इससे पहले, पहचान संस्था की अध्यक्ष चेतना शर्मा ने मुख्य अतिथि, अन्य अतिथियों, विशेष बच्चों एवं उनके अभिभावकों तथा समारोह में उपस्थित अन्य सभी लोगों का स्वागत किया। उन्होंने पहचान स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट तथा विभिन्न उपलब्धियों का ब्यौरा प्रस्तुत किया। जबकि, विशेष बच्चों ने शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करके सबको भावविभोर कर दिया।
इन्नरव्हील क्लब की अध्यक्ष मनमोहन सूरी ने स्कूल के लिए एक व्हील चेयर, धर्मार्थ संस्था के पदाधिकारियों ने 25 हजार रुपये और शिव शक्ति संस्था ने 15 हजार रुपये के चेक भेंट किए। कई अन्य लोगों ने भी आर्थिक योगदान दिया। कार्यक्रम का संचालन पंकज कुमार ने किया।