दिल्ली की एक अदालत ने 1984 के सिख विरोधी दंगों से संबंधित एक मामले में आज अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। इस मामले में कांग्रेस के पूर्व सांसद सज्जन कुमार आरोपी हैं। विशेष न्यायाधीश दिग विनय सिंह ने मामले में अंतिम बहस पूरी होने के बाद फैसला अगले महीने की 22 तारीख तक के लिए सुरक्षित रख लिया।
फरवरी 2015 में, एक विशेष जांच दल ने दंगों के दौरान दिल्ली के जनकपुरी और विकासपुरी में हुई हिंसा की शिकायतों के आधार पर सज्जन कुमार के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की थीं। पहली प्राथमिकी जनकपुरी में हुई हिंसा से संबंधित थी।
इसमें पहली नवंबर, 1984 को सोहन सिंह और उनके दामाद अवतार सिंह की हत्या कर दी गई थी। दूसरी प्राथमिकी गुरचरण सिंह के मामले में दर्ज की गई थी, जिन्हें 2 नवंबर, 1984 को विकासपुरी में जिंदा जला दिया गया था।