अगस्त 28, 2025 1:29 अपराह्न

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डेनमार्क के आंतरिक मामलों और ग्रीनलैंड में किसी भी तरह का हस्तक्षेप “अस्वीकार्य” है: डेनमार्क की प्रधानमंत्री

डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन ने कहा कि डेनमार्क के आंतरिक मामलों और ग्रीनलैंड में किसी भी तरह का हस्तक्षेप “अस्वीकार्य” है। उनका यह बयान उन रिपोर्टों के बाद आया है, जिनमें कहा गया है कि व्हाइट हाउस से जुड़े अमरीका के नागरिक ग्रीनलैंड में गुप्त गतिविधियों में शामिल हैं।
इससे पहले, बुधवार को, डेनमार्क के ब्रॉडकास्‍टर डीआर ने बताया था कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से जुड़े कम से कम तीन अमरीकी नागरिक ग्रीनलैंड में गतिविधियां चला रहे हैं, जिनमें निजी नेटवर्क स्थापित करना और ग्रीनलैंड पर अमरीका के नियंत्रण के प्रति रुख के आधार पर स्थानीय लोगों की सूची तैयार करना शामिल है।

 

प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन ने यह भी कहा कि अमरीका ने इन आरोपों का स्पष्ट रूप से खंडन नहीं किया है।

 

सुश्री फ्रेडरिक्सन ने कहा कि उन्होंने ग्रीनलैंड की विदेश मंत्री विवियन मोट्ज़फेल्ड की उपस्थिति में आयोजित एक बैठक में अमरीकी सीनेटरों के समक्ष यह मुद्दा उठाया था।

 

इस साल की शुरुआत में पदभार ग्रहण करने के बाद से ट्रंप ने बार-बार ग्रीनलैंड को नियंत्रण लेने में दिलचस्‍पी दिखाई है और कहा है कि वह इसके लिए “सैन्य या आर्थिक ताकत” के इस्तेमाल से इनकार नहीं करेंगे।
डेनमार्क सुरक्षा और खुफिया सेवा ने मीडिया को बताया कि ग्रीनलैंड, कोपेनहेगन और ग्रीनलैंड की राजधानी नुउक के बीच तनाव पैदा करने के उद्देश्य से चलाए जा रहे अभियानों का लगातार निशाना बन रहा है।
ग्रीनलैंड 1953 में डेनमार्क साम्राज्य का अभिन्न अंग बन गया था। इससे पहले वह डेनमार्क का उपनिवेश था। 1979 में इसकी स्वायत्तता का विस्तार करते हुए इसे स्वशासन का अधिकार दिया गया है। हालांकि डेनमार्क ने ग्रीनलैंड के विदेशी मामलों और रक्षा पर अपना नियंत्रण बरकरार रखा है।

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