जिम्बॉब्वे के राष्ट्रपति एमर्सन मनांगाग्वा ने देश में मृत्युदंड पर रोक लगाने के लिए बनाए गए नए कानून पर हस्ताक्षर कर दिये हैं। वहां की संसद में मौत की सजा को खत्म करने के संबंध में हाल में हुए मतदान के बाद राष्ट्रपति एमर्सन ने यह कदम उठाया है।
हालांकि जिम्बॉब्वे में 2005 से अब तक किसी को फांसी नहीं दी गई है, लेकिन देश के न्यायालय हत्या जैसे गंभीर अपराधों के मामलों में इस सजा की घोषणा करते रहे हैं। जिम्बॉब्वे के न्याय मंत्री जियाम्बी जियाम्बी ने इस बदलाव को न्याय और मानवता के प्रति देश की प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है।
राष्ट्रपति एमर्सन लंबे समय से मृत्युदंड के विरुद्ध थे। 1960 में स्वतंत्रता की लड़ाई को दौरान एक रेलगाड़ी पर हमले के मामले में उन्हें मौत की सजा दी गई थी लेकिन बाद में उसे 10 साल के कारावास में बदल दिया गया था।