जम्मू-कश्मीर में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आज श्रीनगर से ‘वायु वीर विजेता’ कार रैली को हरी झंडी दिखाई। यह रैली उत्तराखंड युद्ध स्मारक के दिग्गजों के समन्वय से भारतीय वायु सेना द्वारा आयोजित की जा रही है। राजभवन में वायु योद्धाओं से बातचीत करते हुए उपराज्यपाल ने कार रैली के सभी प्रतिभागियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं।
श्री सिन्हा ने कहा कि भारतीय वायु सेना के पास वीरता, साहस और बलिदान की गौरवशाली विरासत है और कठिन परिस्थितियों में देश और उसके लोगों की सेवा करना भारतीय वायु सेना के डीएनए में है। उन्होंने युद्ध, बचाव कार्यों और प्राकृतिक आपदाओं के समय भारतीय वायुसेना द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की।
उन्होंने कहा कि रास्ते में वायु योद्धा विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में स्थानीय युवाओं को संबोधित करेंगे और उन्हें सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए प्रेरित करेंगे।
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सीमावर्ती क्षेत्रों के बुनियादी ढांचे और संपर्क को मजबूत किया गया है। इससे पहले, भारतीय वायु सेना की 92वीं वर्षगांठ के अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, नई दिल्ली से ‘वायु वीर विजेता’ कार रैली को गर्मजोशी से रवाना किया। भारतीय वायुसेना का एडवेंचर सेल रैली का नेतृत्व और समन्वय कर रहा है।
50 से अधिक वायु योद्धा, जो लद्दाख के थोईस से अरुणाचल प्रदेश के तवांग तक कुल 7,000 किलोमीटर की दूरी तय करने वाले अभियान पर हैं, लोगों में भारतीय वायुसेना के गौरवशाली इतिहास के बारे में जागरूकता बढ़ाएंगे और युवाओं को सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए प्रेरित करेंगे।
औपचारिक ध्वजारोहण थोईस से हुआ, जो समुद्र तल से 3,068 मीटर ऊपर दुनिया के सबसे ऊंचे वायु सेना स्टेशनों में से एक है। इस अवसर पर श्रीनगर के एयर ऑफिसर कमांडिंग एयर कमोडोर प्रभात मलिक (वायु सेना मेडल); टीम लीडर विंग कमांडर विजय प्रकाश भट्ट; रैली के अध्यक्ष तरुण विजय और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।