जुलाई 14, 2025 5:58 अपराह्न

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केरल की रामनाथुकारा नगर पालिका से 31 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने आज दिल्‍ली नगर निगम के महापौर सरदार राजा इकबाल सिंह से एमसीडी मुख्यालय, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविक सेंटर में मुलाकात की

केरल की रामनाथुकारा नगर पालिका से 31 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने आज दिल्‍ली नगर निगम के महापौर सरदार राजा इकबाल सिंह से एमसीडी मुख्यालय, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविक सेंटर में मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल की मुलाक़ात का उद्देश्य नगर निगम द्वारा अपनाई गई ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्रणालियों की जानकारी प्राप्त करना था।

    प्रतिनिधिमंडल में रामनाथुकारा नगर पालिका की अध्‍यक्ष श्रीमती पुष्पा व पार्षदगण और वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे, जिन्होंने दिल्ली के महापौर और निगम के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विस्तार से चर्चा की। नेता सदन प्रवेश वही भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।

    बैठक के दौरान, महापौर ने दिल्ली नगर निगम की नागरिक सेवाओं की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए विशेष रूप से ठोस अपशिष्ट प्रबंधन से जुड़ी रणनीतियों और चुनौतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि दिल्ली जैसे विशाल और सघन आबादी वाले नगर क्षेत्र में एमसीडी नवाचार, कार्यकुशलता और सामुदायिक भागीदारी के माध्यम से श्रेष्ठ नागरिक सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

    नगर निगम के अधिकारियों ने प्रतिनिधिमंडल को निगम की व्यापक अपशिष्ट प्रबंधन रणनीति के बारे में अवगत कराया। उन्होंने बताया कि दिल्ली में प्रतिदिन लगभग 11 हजार 500 मीट्रिक टन कचरा उत्पन्न होता है, जिसमें से लगभग आठ हजार मीट्रिक टन का निपटान अपशिष्ट-से-ऊर्जा, कम्पोस्टिंग तथा अन्य वैज्ञानिक विधियों से किया जाता है। शेष  तीन हजार 500 मीट्रिक टन के निपटान हेतु निगम द्वारा नई, तेज़ और टिकाऊ तकनीकों को अपनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। प्रतिनिधिमंडल को कचरा उत्पत्ति से लेकर उसके प्राथमिक एवं द्वितीयक पृथक्करण, परिवहन और अंतिम निपटान की प्रक्रियाओं की जानकारी दी गई। साथ ही, दिल्ली जैसे स्थलरुद्ध नगर क्षेत्र में अपशिष्ट प्रबंधन से जुड़ी विशिष्ट चुनौतियों पर भी चर्चा की गई।

    बैठक के उपरांत, प्रतिनिधिमंडल ने ओखला वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट का दौरा कर निगम की अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली का प्रत्यक्ष अवलोकन किया। प्रतिनिधिमंडल ने दिल्‍ली नगर निगम द्वारा साझा की गई विस्तृत जानकारी की सराहना की और कहा कि वे इन सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनी नगर पालिका में अपनाकर शहरी शासन को सुदृढ़ बनाने और सेवा वितरण को बेहतर करने का प्रयास करेंगे।

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