‘कार्थुम्बी छाते‘ बनाने वाला आदिवासी कारीगरों का समूह थंबू वनवासी कूटायमा, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम में उनके उत्पाद का उल्लेख किए जाने से उत्साहित हैं। केरल के पलक्कड़ जिले के अट्टापडी के विभिन्न आदिवासी गांवों की लगभग सात सौ 50 महिलाओं को छाता बनाने का प्रशिक्षण दिया गया था। इसके बाद ‘कारथुम्बी’ ब्रांड की रंगीन छतरियां आदिवासी महिलाओं की आय का स्रोत बन गई हैं। अब यह छतरियां खुले बाजार और ऑनलाइन माध्यमों पर उपलब्ध होने लगी है। आदिवासी समूह को उम्मीद है कि प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम में इन छतरियों का जिक्र होने के बाद इनकी मांग में और वृद्धि होगी। इस समूह के प्रमुख के.ए. राजू ने इस संबंध में प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया है।