मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि देश की प्रथम नदी जोड़ो परियोजना केन-बेतवा लिंक से मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के समूचे बुंदेलखंड क्षेत्र की तस्वीर और तकदीर बदलेगी। इससे किसानों को जहां सिंचाई के लिए भरपूर जल उपलब्ध होगा, वहीं पेयजल और उद्योगों के लिए भी पर्याप्त पानी मिलेगा। मुख्यमंत्री कल सागर गौरव दिवस कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि इस परियोजना का शिलान्यास करने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल छतरपुर जिले के खजुराहो आ रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि केन-बेतवा लिंक राष्ट्रीय परियोजना, देश में भूमिगत दाबयुक्त पाइप सिंचाई प्रणाली अपनाने वाली सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना है। यह परियोजना मध्य प्रदेश के छतरपुर और पन्ना जिले में केन नदी पर निर्मित की जा रही है। परियोजना के अंतर्गत पन्ना टाइगर रिजर्व में केन नदी पर दौधन बांध और 2 टनल का निर्माण कर बांध में जल का भंडारण किया जायेगा। बांध से 221 किलोमीटर लंबी लिंक नहर के द्वारा दोनों राज्यों में सिंचाई एवं पेयजल की सुविधा प्रदाय करते हुये केन नदी के अधिशेष जल को बेतवा नदी में अंतरित किया जाएगा। इससे प्रदेश के 10 जिले पन्ना, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, सागर, रायसेन, विदिशा, शिवपुरी एवं दतिया के 2 हजार ग्रामों में 8.11 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो सकेगी। इससे लगभग 7 लाख किसान परिवार लाभान्वित होंगे।