केंद्र सरकार ने केरल के वायनाड में 30 जुलाई को हुए भीषण भूस्खलन के व्यापक असर को देखते हुए इसे अत्यंत गंभीर प्राकृतिक आपदा घोषित किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केरल सरकार को सूचित किया है कि राज्य आपदा प्रबंधन कोष से दी गई प्रारंभिक सहायता के अलावा अंतरमंत्रालयीय केंद्रीय दल के मूल्यांकन के बाद राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से अतिरिक्त मदद दी जाएगी। वायनाड जिले के मेपद्दी में भूस्खलन की तीव्रता और नुकसान को देखते हुए केंद्रीय दल ने इसे अत्यंत गंभीर प्रकृति की आपदा माना है।
इस बीच वायनाड की सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र के निर्णय का स्वागत किया है और कहा है कि यह सही दिशा में उठाया गया कदम है।
30 जुलाई को वायनाड के चूरलमाला और मुंडाक्काई क्षेत्रों में भारी वर्षा के कारण हुए भीषण भूस्खलन से दो सौ से अधिक लोगों की मृत्यु हो गई थी, बहुत से लोग घायल हुए थे और हजारों लोग विस्थापित हो गए थे। यह केरल में सबसे खतरनाक प्राकृतिक आपदाओं में से एक थी।