केंद्र, त्रिपुरा सरकार, नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा-एनएलएफटी और ऑल त्रिपुरा टाइगर फोर्स- एटीटीएफ के प्रतिनिधियों के बीच आज नई दिल्ली में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर गृह मंत्री अमित शाह, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा और गृह मंत्रालय तथा त्रिपुरा सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर गृह मंत्री ने कहा कि यह खुशी की बात है कि एनएलएफटी और एटीटीएफ हथियार छोड़ कर मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं और उन्होंने त्रिपुरा के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि जब से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं, उन्होंने शांति और संवाद के माध्यम से देश के सामने एक सक्षम और विकसित पूर्वोत्तर का दृष्टिकोण प्रस्तुत किया है। श्री शाह ने कहा कि पहले पूर्वोत्तर और दिल्ली के लोगों के बीच दूरी को प्रधानमंत्री ने न केवल सड़क, रेल और हवाई कनेक्टिविटी के माध्यम से मिटाया है बल्कि लोगों के दिलों के बीच की दूरी को भी मिटाया है।
पूर्वोत्तर में शांति और समृद्धि लाने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार अब तक 12 महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर कर चुकी है। इनमें से तीन समझौते त्रिपुरा से संबंधित हैं। इन समझौतों के कारण लगभग दस हजार लोग हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हुए हैं।
केंद्र, त्रिपुरा सरकार, नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा-एनएलएफटी और ऑल त्रिपुरा टाइगर फोर्स- एटीटीएफ के प्रतिनिधियों के बीच आज नई दिल्ली में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर गृह मंत्री अमित शाह, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा और गृह मंत्रालय तथा त्रिपुरा सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर गृह मंत्री ने कहा कि यह खुशी की बात है कि एनएलएफटी और एटीटीएफ हथियार छोड़ कर मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं और उन्होंने त्रिपुरा के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि जब से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं, उन्होंने शांति और संवाद के माध्यम से देश के सामने एक सक्षम और विकसित पूर्वोत्तर का दृष्टिकोण प्रस्तुत किया है। श्री शाह ने कहा कि पहले पूर्वोत्तर और दिल्ली के लोगों के बीच दूरी को प्रधानमंत्री ने न केवल सड़क, रेल और हवाई कनेक्टिविटी के माध्यम से मिटाया है बल्कि लोगों के दिलों के बीच की दूरी को भी मिटाया है।
पूर्वोत्तर में शांति और समृद्धि लाने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार अब तक 12 महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर कर चुकी है। इनमें से तीन समझौते त्रिपुरा से संबंधित हैं। इन समझौतों के कारण लगभग दस हजार लोग हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हुए हैं।