जुलाई 29, 2025 5:05 अपराह्न

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ऑपरेशन सिंदूर ने पूरी दुनिया के सामने पाकिस्तान का पर्दाफ़ाश कर दिया है- गृह मंत्री अमित शाह

लोकसभा में आज ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा फिर से शुरू हुई। गृह मंत्री अमित शाह ने चर्चा में भाग लेते हुए, कहा कि कल ऑपरेशन महादेव के दौरान, भारतीय सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पहलगाम आतंकी हमले में शामिल तीन आतंकवादियों को मार गिराया। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के पास से तीन राइफलें जब्त की गईं, जिनका इस्तेमाल पहलगाम आतंकी हमले में किया गया था। श्री अमित शाह ने बताया कि तीनों आतंकवादियों – सुलेमान शाह, जिबरान और हमजा अफगानी – का सफलतापूर्वक सफाया कर दिया गया। उन्होंने कहा कि सुलेमान ‘ए’ श्रेणी का आतंकवादी था, जो पहलगाम और गगनगीर आतंकी हमलों में शामिल था। उन्होंने कहा कि खुफिया एजेंसियों के पास उसकी भूमिका के पर्याप्त सबूत हैं।

    गृहमंत्री ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले में निर्दोष पर्यटकों को उनके परिवारों के सामने बेरहमी से मार डाला गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाबी कार्रवाई में दृढ़ संकल्प के साथ कार्रवाई की और ऑपरेशन सिंदूर को अधिकृत किया। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि सुरक्षा बलों को निर्देश दिया गया था कि वे पहलगाम हमले के लिए ज़िम्मेदार आतंकवादियों को देश छोड़ने न दें। श्री अमित शाह ने देश के सशस्त्र बलों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने आतंकवादियों का सफाया कर दिया और उनके शिविरों को ध्वस्त कर दिया।

    गृह मंत्री ने कहा कि जाँच टीम ने पीड़ितों के परिवारों, पर्यटकों, टट्टू संचालकों, फोटोग्राफरों और स्थानीय निवासियों से संपर्क किया। उन्होंने कहा कि एक हज़ार से अधिक लोगों से पूछताछ की गई और प्राप्त जानकारी के आधार पर समग्र रेखाचित्र तैयार किए गए। उन्होंने कहा कि इसके बाद 22 जून को दो व्यक्तियों – बशीर और परवेज़ की पहचान आतंकवादियों को पनाह देने वालों के रूप में हुई।

    गृह मंत्री ने कहा कि देश के सुरक्षा बलों ने न केवल आतंकवादियों का सफाया किया, बल्कि उन्हें भेजने वालों को भी निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि जिस दिन लश्कर-ए-तैयबा ने हमले की ज़िम्मेदारी ली, उसी दिन सरकार ने देश के सशस्त्र बलों को न्याय दिलाने की ज़िम्मेदारी सौंप दी। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर 7 मई को शुरू किया गया और रात एक बजकर चार मिनट बजे से एक बजकर 24 मिनट के बीच चलाया गया। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन में पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया और एक सौ से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया गया। श्री अमित शाह ने कहा कि इस हमले में कोई भी पाकिस्तानी नागरिक नहीं मारा गया। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार की नीति आतंकवाद को कतई बर्दाश्‍त न करने की है।

    श्री अमित शाह ने पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने आतंकवादियों के पाकिस्तान से होने का सबूत माँगा और पाकिस्तान को क्लीन चिट दे दी। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने पूरी दुनिया के सामने पाकिस्तान का पर्दाफ़ाश कर दिया है। गृहमंत्री ने विपक्ष पर हर चीज़ का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्‍तान की मारक क्षमताएँ नष्ट हो जाने के कारण उसके   पास आत्मसमर्पण करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के डीजीएमओ ने 10 मई को भारत के डीजीएमओ को फ़ोन किया और उसके बाद युद्धविराम की घोषणा की गई। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि युद्ध के कई परिणाम होते हैं और हर चीज़ को ध्यान में रखना होता है।

    चर्चा में भाग लेते हुए, डीएमके पार्टी की सदस्‍य कनिमोझी ने कहा कि श्री अमित शाह ने विपक्ष की आलोचना की जिससे ऐसा लग रहा था कि वह कम देशभक्त हैं, लेकिन डीएमके ने कभी देश को निराश नहीं किया है। उन्होंने आगे कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद विपक्षी दलों ने सरकार को अपना समर्थन दिया था।

समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान की गई युद्धविराम घोषणा पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि किस दबाव के चलते युद्धविराम किया गया। उन्होंने कहा कि पहलगाम की घटना ने साबित कर दिया है कि सुरक्षा में चूक नागरिकों की सुरक्षा के लिए हानिकारक साबित हो सकती है। उन्होंने पूछा कि भविष्य में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार क्या कदम उठा रही है। श्री अखिलेश यादव ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सशस्त्र बलों की भूमिका की सराहना की। कांग्रेस नेता प्रियंका वाड्रा ने भी सशस्त्र बलों की भूमिका की सराहना की। उन्होंने सवाल उठाया कि 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमला क्यों हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने में विफल रही। श्रीमती वाड्रा ने कहा कि जब आतंकी घटना हुई, तब वहाँ कोई सुरक्षा बल मौजूद नहीं था। उन्होंने कहा कि पर्यटन स्थल होने के बावजूद, घटनास्थल पर कोई चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं थी।

    शिवसेना के श्रीकांत शिंदे ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक अभियान के तहत विभिन्न देशों में प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने का अवसर देने के लिए एनडीए सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वे जिस भी देश गए, वहाँ आतंकवाद के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने में भारत की अहम भूमिका रही और इसे भारत की सफल विदेश नीति का प्रमाण बताया। तृणमूल कांग्रेस की सयानी घोष ने सवाल उठाया कि आतंकवादी एक पर्यटन स्थल तक कैसे पहुँच गए, जबकि पुलिस समय पर वहाँ नहीं पहुँच सकी। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले को एक गंभीर सुरक्षा चूक बताया और खुफिया विफलता के लिए सरकार की आलोचना की। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के तहत हवाई हमलों की व्यावसायिकता और सटीकता पर गर्व व्यक्त किया।

इस पर चर्चा जारी है।

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