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दिसम्बर 29, 2024 1:23 अपराह्न

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उपार्जित धान की वर्षा से सुरक्षा के लिये किये जा रहे हैं समुचित प्रबंध:

खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने बताया है कि उपार्जित धान की वर्षा से सुरक्षा के लिये समुचित प्रबंध किये जा रहे हैं। उन्होंने बताय है कि प्रदेश में अभी तक कुल 24 लाख 84 हजार 811 मीट्रिक टन धान का उपार्जन किया गया है। यह विगत वर्ष में इस अवधि के उपार्जन की तुलना में लगभग 60 प्रतिशत अधिक है। इसके लिए प्रदेश में 1394 उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं।

 

 

प्रदेश में कुल उपार्जन केन्द्रों में से 749 गोदाम स्तरीय केन्द्र बनाए गए हैं। इनमें उपार्जित धान का भंडारण वहीं गोदाम में कर दिया जाता है। इसके लिए परिवहन की आवश्यकता नहीं होती है। शेष उपार्जन केन्द्र जो समिति स्तरीय बनाए गए थे, उनमें उपार्जित 3 लाख 97 हजार 515 मीट्रिक टन धान को सीधे मिलर्स को मिलिंग के लिये दी गई है। साथ ही 14 लाख 40 हजार 774 मीट्रिक टन धान का परिवहन एवं हैंडलिंग चालान बनाकर गोदामों में सुरक्षित भंडार किया गया है।