उत्त्तरकाशी जिले के रवाईं घाटी की गोडर पट्टी के कंडारी गांव में राजा रघुनाथ के जागड़ा मेले का आयोजन किया गया। गोडर पट्टी के 27 गांव के आराध्य राजा रघुनाथ के थान कंडारी गाँव में आयोजित जागड़ा मेले में बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने हिस्सा लिया। मेले में क्षेत्रवासियों की भगवान रघुनाथ के प्रति आस्था और सांस्कृतिक परंपराओं के प्रति असीम अनुराग की अनूठी छटा देखने को मिली।
इस अवसर पर वनमंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि रवाईं क्षेत्र के लोगों ने अपनी समृद्ध धार्मिक और सांस्कृतिक परम्पराओं को बचाये रखा है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जागड़ा मेले को संरक्षित किया जाना जरूरी है और इसके लिये कारगर प्रयास किये जायेंगे।
वन मंत्री ने कंडारी गांव में क्षतिग्रस्त वन विश्राम गृह का पुनर्निर्माण करने की घोषणा करते हुए कहा कि कंडारी से साजबाग तक सड़क के नवनिर्माण में आने वाली अड़चनों को दूर करने के साथ ही इस क्षेत्र में ट्रैकिंग गतिविधियों को भी विकसित किया जाएगा।
 
									 
						