इस्रायल और ईरान के बीच टकराव सातवें दिन भी जारी है। ईरानी मिसाइलों ने मध्य और दक्षिणी इस्रायल में कई स्थानों पर गंभीर नुकसान पहुंचाया है, जबकि इस्रायली बलों ने ईरान के अराक भारी जल परमाणु रिएक्टर पर हमला किया है। दक्षिणी इस्रायल के एक अस्पताल और तेल अवीव के पास दो शहरों में ईरानी मिसाइलों से हमला किया गया है। सोरोका अस्पताल के महानिदेशक श्लोमी कोडेश ने कहा है कि अस्पताल की इमारतों को व्यापक नुकसान हुआ है।
इस बीच, ईरान ने कहा है कि उसके मिसाइल हमले का मुख्य लक्ष्य दक्षिणी इस्रायल का अस्पताल नहीं बल्कि उसके पास का सैन्य और खुफिया अड्डा था। खबरों के अनुसार ईरान की ताजा गोलबारी में तेल अवीव स्टॉक एक्सचेंज की इमारत को भी नुकसान पहुंचा है। इस्रायल ने दावा किया है कि ईरान द्वारा आज दागी गई दर्जनों बैलिस्टिक मिसाइलों में से कम से कम एक में प्रतिबंधित क्लस्टर बम वारहेड था। खबरों के अनुसार, आज सुबह ईरानी मिसाइलों से 240 लोग घायल हुए, जिनमें से चार गंभीर रूप से घायल हैं।
उधर, इस्रायली सेना ने कहा है कि उसने रात भर हवाई हमले कर ईरान के अराक में भारी जल परमाणु रियेक्टर को निशाना बनाया। इस अभियान में नतांज़ के पास एक स्थल पर भी हमला किया गया। हवाई हमलों के बीच, ईरान को राष्ट्रव्यापी इंटरनेट ब्लैकआउट का भी सामना करना पड़ रहा है। वह 24 घंटे से अधिक समय तक काफी हद तक ऑफ़लाइन रहा है। यह व्यवधान तेहरान में सैन्य ठिकानों पर इस्रायली हवाई हमलों सहित बढ़ती शत्रुता के बाद हुआ है।
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची कल जिनेवा में यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख काजा कैलास के साथ ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के विदेश मंत्रियों से मिलने वाले हैं। इस बीच, रूस की सरकारी स्वामित्व वाली परमाणु ऊर्जा कंपनी के प्रमुख ने चेतावनी दी है कि बुशहर में ईरान के एकमात्र चालू परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर इस्रायली हमला चेरनोबिल के पैमाने पर तबाही मचाएगा। बुशहर फारस की खाड़ी के तट पर स्थित है और यह ईरान का एकमात्र चालू परमाणु ऊर्जा संयंत्र है। रूस ने ईरान को संयंत्र बनाने में मदद की, और इसके कुछ कर्मचारी रूसी हैं।
इस्रायल में अमरीकी दूतावास ने अपने कर्मचारियों को सुरक्षित स्थान पर रहने का निर्देश दिया है।