आयकर विभाग ने देश भर में कई जगहों पर बड़े पैमाने पर सत्यापन अभियान शुरू किया है, जिसका उद्देश्य आयकर रिटर्न में कटौतियों और छूटों के फर्जी दावों को बढ़ावा देने वाले लोगों और संस्थाओं की जांच करना है। इस जांच में कुछ आईटीआर तैयार करने वालों और बिचौलियों द्वारा संचालित संगठित रैकेट का पर्दाफाश हुआ है, जो फर्जी कटौतियों और छूटों का दावा करते हुए रिटर्न दाखिल कर रहे थे। विभाग ने कहा है कि इस फर्जी फाइलिंग में लाभकारी प्रावधानों का दुरुपयोग भी शामिल है और कुछ लोग अत्यधिक रिफंड का दावा करने के लिए झूठे टीडीएस रिटर्न भी दाखिल कर रहे हैं।
पिछले एक वर्ष में विभाग ने संदिग्ध करदाताओं को अपने रिटर्न में संशोधन करने और सही कर का भुगतान करने के लिए एसएमएस और ईमेल के द्वारा परामर्श और व्यापक संपर्क अभियान चलाए हैं। परिणामस्वरूप पिछले चार महीनों में लगभग 40 हज़ार करदाताओं ने अपने रिटर्न अपडेट किए हैं और स्वेच्छा से एक हज़ार करोड़ से ज़्यादा के झूठे दावे वापस लिए हैं।