ओडिशा में राज्य के उत्तरी भागों में प्रमुख नदियों के उफान पर होने के कारण ओडिशा सरकार ने निचले इलाकों से लोगों को निकालने के साथ-साथ बालेश्वर तथा मयूरभंज जिलों में बचाव और राहत अभियान कार्य शुरू कर दिया है।
सुवर्णरेखा, बुधबलंगा, जलाका और सोनो जैसी नदियों में जलस्तर बढ़ने के कारण दोनों जिलों के लिए रेड अलर्ट भी जारी किया गया है। सुवर्णरेखा नदी खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है, जिसके कारण बालेश्वर, बालीपाल, भोगराई, जलेश्वर और बस्ता ब्लॉक प्रभावित होने की संभावना है। बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए भोजन, स्वच्छ पेयजल, चिकित्सा सहायता और अन्य बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था के साथ अस्थायी आश्रय स्थल बनाए गए हैं।
ओडिशा के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने कहा है कि राज्य सरकार बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और सक्रिय रूप से काम कर रही है। इस बीच मौसम विभाग ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र और उससे सटे पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों पर बना कम दबाव का क्षेत्र तटीय गंगा के पश्चिम बंगाल और उसके आस-पास के इलाकों में बना हुआ है। अगले दो दिनों में इसके उत्तरी ओडिशा से होते हुए पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। इसके कारण आने वाले दिनों में ओडिशा के कई हिस्सों में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। आईएमडी ने ओडिशा के कई जिलों के लिए नारंगी और पीली चेतावनी भी जारी की है।