24वीं हिंद महासागर रिम एसोसिएशन-आईओआरए की मंत्रिपरिषद की बैठक आज वर्चुअल रूप से श्रीलंका में आयोजित की गई। इसका विषय था : “भविष्य की पीढ़ी के लिए सतत हिंद महासागर”। विदेश सचिव (पूर्व) पी. कुमारन ने बैठक में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत वर्तमान में आईओआरए का उपाध्यक्ष है और ट्रोइका का हिस्सा है। भारत 2025-2027 के लिए आईओआरए की अध्यक्षता संभालेगा। बैठक में सभी 22 आईओआरए सदस्य देशों और आईओआरए के 12 संवाद भागीदारों के मंत्रियों और उच्च स्तरीय प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक के दौरान सदस्य देशों ने आईओआरए को मजबूत करने, क्षेत्रीय हित के मामलों पर चर्चा की और ‘कोलंबो विज्ञप्ति’ को अपनाया। श्री कुमारन ने हिंद महासागर क्षेत्र के लिए भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप हिंद महासागर के देशों की भलाई और प्रगति के लिए भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में साझा हितों के मुद्दों पर अभिसरण तक पहुंचने के लिए सदस्य देशों के बीच सहयोग, सहभागिता और ठोस प्रयास आवश्यक हैं। श्री कुमारन ने पुष्टि की कि आतंकवाद, अपने सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में, चाहे वह राज्य द्वारा प्रायोजित हो या व्यक्तियों द्वारा क्षेत्र की शांति, सुरक्षा और विकास के लिए एक गंभीर खतरा है। इसकी स्पष्ट रूप से निंदा की जानी चाहिए।