रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूस के कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेनी बलों के विरूद्ध संघर्ष में भागीदारी करने के लिए उत्तर कोरिया के सैनिकों के प्रति आभार प्रकट किया है।
क्रेमलिन द्वारा आज सुबह जारी एक वक्तव्य में पुतिन ने रूसी सैनिकों के साथ उत्तर कोरिया के सैनिकों के लड़ने की वचनबद्धता, उनके असाधारण प्रशिक्षण और उनकी वीरता की सराहना की है।
यह वक्तव्य उत्तर कोरिया द्वारा इस बात की पुष्टि करने के बाद आया है कि उसने यूक्रेन के खिलाफ चल रहे युद्ध में रूस की सहायता के लिए अपने सैनिक तैनात किये हैं।
पहले, उत्तर कोरिया ने पहली बार पुष्टि की है कि उसने यूक्रेन के विरूद्ध युद्ध में रूस को समर्थन देने के लिए सैन्य टुकडि़यों को भेजा। उत्तर कोरिया स्टेट मीडिया-केसीएनए के अनुसार किम जॉन्ग उन से आदेश मिलने के बाद उत्तर कोरिया के सैनिकों ने कुर्स्क सीमा क्षेत्र को पूरी तरह से स्वतंत्र करवाने के लिए रूसी सेनाओं की सहायता की।
रूस के शीर्ष सेनाध्यक्ष वालेरी गेरासिमोव द्वारा उत्तर कोरियाई सैनिकों की वीरता की प्रशंसा करने के कुछ दिनों बाद रूस ने पहली बार सार्वजनिक तौर पर इसमें अपनी संलिप्तता को स्वीकार किया है।
पश्चिमी अधिकारियों का कहना है कि 11 हजार उत्तर कोरियाई सैनिकों में से लगभग एक हजार सैनिक पिछले तीन महीनों में मारे गए हैं। गेरासिमोव ने रूस द्वारा देश के पश्चिमी कुर्स्क क्षेत्र पर पूरी तरह से नियंत्रण हासिल करने का दावा भी किया है।
इस बीच, यूक्रेन ने कुर्स्क क्षेत्र पर रूस द्वारा पूरी तरह से नियंत्रण हासिल करने के दावे का खंडन किया है। उत्तर कोरिया के बयान के जवाब में अमरीका ने कहा कि प्योंगयांग को इस संघर्ष को भड़काने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उत्तर कोरिया ने कहा कि सैनिकों की तैनाती रूस के साथ परस्पर रक्षा संधि का हिस्सा हे।