विश्व बैंक ने अगले तीन वर्षों के दौरान श्रीलंका में रोजगार को बढ़ावा देने और निजी क्षेत्र के विकास को गति देने के लिए एक अरब डॉलर के सहायता पैकेज की घोषणा की है। यह पहल ऊर्जा, कृषि, पर्यटन और क्षेत्रीय विकास-क्षेत्रों के लिए महत्वपूर्ण है, जिन्हें दीर्घकालिक आर्थिक सुधार के लिए आवश्यक माना जाता है।
श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके और विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा के बीच कोलंबो में हुई बैठक के बाद इसकी घोषणा की गई। यह विश्व बैंक के किसी अध्यक्ष की 20 वर्षों में श्रीलंका की पहली यात्रा थी।
इस पहल से तीन लाख नौकरियों के अवसर सृजित होने की आशा है। इस आर्थिक सहायता का उद्देश्य निजी पूंजी जुटाकर, नवीकरणीय ऊर्जा का सहयोग करके, कृषि को आधुनिक बनाकर और पर्यटन तथा क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देकर इस अंतर को पाटना है।