भारत ने युग युगीन भारत राष्ट्रीय संग्रहालय को वैश्विक सांस्कृतिक उपलब्धि के रूप में स्थापित करने के लिए फ्रांस के साथ समझौता किया है। यह महत्वाकांक्षी परियोजना सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना का अभिन्न अंग है। यह परियोजना नई दिल्ली के प्रतिष्ठित उत्तर और दक्षिण ब्लॉक में लगभग एक लाख 55 हजार वर्ग मीटर में फैली हुई है। नई दिल्ली में आज विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर और संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की उपस्थिति में राष्ट्रीय संग्रहालय और फ्रांस संग्रहालय विकास के बीच समझौते पर हस्ताक्षर किये गए।
इस अवसर विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि यह समझौता अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की महत्वपूर्ण अभिव्यक्ति है। भारत और फ्रांस के संबंधों पर विदेश मंत्री ने कहा कि भारत और फ्रांस एक दूसरे को प्रमुख साझेदार मानते हैं।
संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि संग्रहालय की परिकल्पना भारत के अखंड सभ्यतागत इतिहास के उत्सव के रूप में की गई है। उन्होंने कहा कि यह सहयोग सांस्कृतिक आदान-प्रदान और विरासत संरक्षण के लिए दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता का प्रमाण है।