भारत के मुख्य न्यायाधीश डी.वाई चंद्रचूड़ ने आज नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन समग्र आयुर्वेद के लिए अनुसंधान की उन्नति और वैश्विक अवसर-आरोहा 2024 का उद्घाटन किया। तीन दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आयुर्वेद को वैश्विक स्वास्थ्य और कल्याण के प्रमुख स्तंभ के रूप में स्थापित करना है। सम्मेलन को संबोधित करते मुख्य न्यायाधीश ने चिकित्सा में आयुर्वेद के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भविष्य में, आयुर्वेद को केवल एक विकल्प के बजाय उपचार की एक वैध पद्धति के रूप में मान्यता दी जाएगी। अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान द्वारा आयोजित समारोह में आयुष राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव भी शामिल हुए। अपने संबोधन में श्री जाधव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वर्ष 2014 के बाद से आयुर्वेद में उन्नत विकास हुआ है।