भारत का वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद-जीडीपी वर्तमान वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 7.8 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है। यह पाँच तिमाही में सबसे अधिक है। पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में जीडीपी में 7.4 प्रतिशत रही थी, जबकि पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यह 6.5 प्रतिशत थी।
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी पहली तिमाही के आंकड़ों के अनुसार नॉमिनल जीडीपी में 8.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई। केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इन अनुमानों का स्वागत करते हुए कहा है कि भारत सुधारों से प्रेरित वैश्विक विकास इंजन है। विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है और ये आंकड़े शानदार हैं।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत सुधारों से प्रेरित वैश्विक विकास केन्द्र है।
एसोचैम के अध्यक्ष संजय नायर ने कहा कि यह भारतीय अर्थव्यवस्था में उल्लेखनीय मजबूती और स्थिरता को दिखाता है। उन्होंने कहा कि यह आंकडे प्रभावी नीतिगत उपायों और घरेलू मांग दोनों को दर्शाते हैं। पी एच डी सी सी आई के अध्यक्ष हेमंत जैन ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था ने एक विकास गति बनाए रखी है। यह 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य की ओर देश की स्थिर गति को दर्शाता है।
फिक्की की महानिदेशक ज्योति विज ने कहा कि यह मज़बूत वृद्धि ऐसे समय में आई है जब देश गंभीर वैश्विक चुनौतियों का सामना कर रहा है। इससे कारोबारी धारणा को बढ़ावा मिलेगा।