प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार से नाइजीरिया, ब्राजील और गुयाना की छह दिवसीय यात्रा पर रहेंगे। आज शाम नई दिल्ली में मीडिया को जानकारी देते हुए विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि श्री मोदी 19वें जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 18 और 19 नवम्बर को ब्राजील का दौरा करेंगे। उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री की ब्राजील की तीसरी आधिकारिक यात्रा होगी। श्री मिस्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए 2014 में और फिर 2019 में ब्राजील का दौरा किया था। उन्होंने कहा कि यह विशेष जी20 शिखर सम्मेलन भी एक विशेष शिखर सम्मेलन होगा क्योंकि यह पहली बार होगा जब अफ्रीकी संघ एक सदस्य के रूप में जी20 समूह में अपनी जगह लेगा।
शिखर सम्मेलन के दौरान, प्रधानमंत्री वैश्विक महत्व के विभिन्न मुद्दों पर भारत की स्थिति को सामने रखेंगे और जी20 नई दिल्ली में नेताओं की घोषणा और वॉयस ऑफ द ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन के परिणामों पर चर्चा करेंगे। जी20 शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री के कई नेताओं से मुलाकात करने की उम्मीद है। विदेश मंत्रालय में आर्थिक संबंध मामलों के सचिव दम्मू रवि ने कहा कि प्रधानमंत्री नाइजीरियाई राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू के निमंत्रण पर 16 और 17 नवंबर को नाइजीरिया की राजकीय यात्रा करेंगे। श्री रवि ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पश्चिम अफ्रीकी क्षेत्र की पहली यात्रा होगी और 17 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की नाइजीरिया की पहली यात्रा होगी।
यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री भारत और नाइजीरिया के बीच रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा करने और द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के पर चर्चा करेंगे। वह नाइजीरिया के भारतीय समुदायों को भी संबोधित करेंगे।
विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) जयदीप मजूमदार ने कहा कि प्रधानमंत्री गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली के निमंत्रण पर इस महीने की 19 से 21 नवम्बर तक गुयाना की यात्रा पर रहेंगे। उन्होंने कहा कि आधी सदी से भी अधिक समय में यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की गुयाना की पहली यात्रा है।
यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली के साथ चर्चा करेंगे, गुयाना के अन्य वरिष्ठ नेताओं से मिलेंगे, गुयाना की संसद को संबोधित करेंगे और भारतीय प्रवासियों की एक सभा को संबोधित करेंगे। श्री मजूमदार ने कहा कि प्रधानमंत्री दूसरे कैरिकॉम-भारत शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे और कैरिकॉम सदस्य देशों के नेताओं के साथ बैठकें करेंगे।