प्रदेश सरकार ने चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए व्यापक प्रबंध किए हैं। यात्रा मार्गों, मुख्य पड़ावों और चारों धामों की स्थायी एवं अस्थायी चिकित्सा इकाइयों में कुल 567 चिकित्सकों और 800 से अधिक पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की गई है। इनमें विशेषज्ञ डॉक्टर भी शामिल हैं।
उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में स्थित 49 स्थायी और 20 अस्थायी चिकित्सा इकाइयों पर रोटेशन के आधार पर चिकित्सकों की तैनाती की गई है। स्थायी इकाइयों में 31 विशेषज्ञ, 200 चिकित्सा अधिकारी और 381 पैरामेडिकल कर्मी सेवाएं देंगे, जबकि अस्थायी इकाइयों में 15 दिन के रोस्टर पर 336 चिकित्सक और 420 पैरामेडिकल स्टाफ तैनात रहेंगे।
इसके अतिरिक्त, केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए 13 विशेषज्ञ डॉक्टर एम्स दिल्ली, कल्याणी, गोरखपुर और पांडिचेरी के संस्थानों से आए हैं, जिन्हें उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली में नियुक्त किया गया है। साथ ही राज्य सरकार 47 और विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती कर रही है।
तीर्थ यात्रियों की स्क्रीनिंग के लिए लगाए गए कियोस्क की संख्या 50 से बढ़ाकर 57 कर दी गई है। इसके अलावा एम्स ऋषिकेश द्वारा एयर एंबुलेंस सेवा भी प्रदान की जा रही है। यात्रा मार्गों पर डिजिटल एकीकरण के लिए 50 टैबलेट्स लगाए गए हैं और स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रचार-प्रसार के लिए होटल, लॉज व खच्चर संचालकों को भी जागरूक किया गया है।