पंजाब भीषण बाढ़ से जूझ रहा है। लगातार बारिश और प्रमुख नदियों में उफान के चलते कोई राहत नहीं मिल रही है। बाँधों से अनियंत्रित बहाव मुसीबत को और बढ़ा रहा है। राज्य सरकार ने विद्यालयों में 3 सितंबर तक अवकाश बढ़ा दिया है।
सेना, वायुसेना, बीएसएफ, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पंजाब पुलिस समेत समूचा राज्य प्रशासन जान-माल की सुरक्षा के लिए चौबीसों घंटे अथक प्रयास कर रहा है।
पंजाब के आपदा प्रबंधन और राजस्व मंत्री हरदीप सिंह मुंडियन ने बताया है कि 1312 गाँव प्रभावित हुए हैं और लगभग 15 हजार लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है। लगभग 3 लाख एकड़ ज़मीन और लगभग 1 लाख 25 हजार लोग बाढ़ की चपेट में आए हैं।
बाढ़ के कारण कुछ लोगों की मौत की भी खबर है, हालाँकि पंजाब सरकार ने अभी तक सही संख्या स्पष्ट नहीं की है। भारतीय वायुसेना के एक हेलिकॉप्टर ने आज पठानकोट के माधोपुर बैराज से पार्थिव शरीरों को उठाकर उनका सम्मानजनक अंतिम संस्कार सुनिश्चित किया।
इस बीच, मुख्यमंत्री भगवंत मान और पंजाब भाजपा प्रमुख सुनील जाखड़ सहित अन्य नेताओं ने स्थिति से निपटने के लिए प्रधानमंत्री से केंद्रीय सहायता की अपील की है।