जम्मू-कश्मीर में आज दोपहर अनंतनाग जिले के पहलगाम इलाके में अज्ञात आतंकवादियों ने पर्यटकों के एक समूह पर हमला किया। यह हमला श्रीनगर से करीब 85 किलोमीटर दूर पहलगाम के बैसरन वन क्षेत्र में हुआ। इस हमले में कुछ पर्यटक मारे गए हैं और कुछ अन्य घायल हुए हैं। हालांकि, घायलों और मृतकों की सही संख्या की पुष्टि अभी नहीं हुई है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने इस हमले की निंदा करते हुए इसे नृशंस और अमानवीय कृत्य बताया है। राष्ट्रपति ने कहा कि निर्दोष नागरिकों पर हमला करना बेहद भयावह और अक्षम्य है। उन्होंने उन परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आतंकवादी हमले की निंदा की है और कहा है कि इस जघन्य कृत्य के पीछे जो लोग हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि उनका नापाक एजेंडा कभी सफल नहीं होगा। उन्होंने अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना की। श्री मोदी ने कहा कि प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।
इससे पहले, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री को पहलगाम आतंकी हमले की घटना के बारे में जानकारी दी। गृहमंत्री सभी एजेंसियों के साथ सुरक्षा समीक्षा बैठक करने के लिए श्रीनगर रवाना हो गए हैं। श्री शाह ने घटना के संबंध में वर्चुअल माध्यम से संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक भी की। पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले पर अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि इस कायराना आतंकी कृत्य में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले की निंदा की है। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में उपराज्यपाल ने लोगों को भरोसा दिलाया कि इस घृणित हमले के पीछे जो लोग हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। श्री सिन्हा ने कहा कि उन्होंने पुलिस महानिदेशक और सुरक्षा अधिकारियों से बात की है। उन्होंने कहा कि सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीमें इलाके में पहुंच गई हैं और तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
इस बीच, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी हमले की निंदा करते हुए कहा कि वे इस घटना से स्तब्ध हैं। उन्होंने कहा कि इस हमले के लिए जिम्मेदार लोग घृणा के पात्र हैं। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपनी सहयोगी और मंत्री सकीना इटू से बात की है और वह घायलों के लिए की जा रही व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए अस्पताल गई हैं।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि मृतकों की संख्या का पता लगाया जा रहा है और स्थिति स्पष्ट होने पर आधिकारिक तौर पर इसकी जानकारी दी जाएगी। घायलों को जिला चिकित्सालय ले जाया गया है। हमलावरों को पकड़ने के लिए सुरक्षा बलों ने इलाके में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।