चंडीगढ़ में लोग ऑपरेशन सिंदूर के नायकों और पहलगाम में बर्बर आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष लोगों की याद और कृतज्ञता में एकजुट हुए। कल शाम यहां के नागरिकों, शहीदों के परिवारों और अन्य लोगों ने ‘सिंदूर का संदेश- न भूलेंगे, न माफ करेंगे’ शीर्षक से श्रद्धांजलि सभा का आयोजन करके राष्ट्रीय एकजुटता की शांतिपूर्ण अभिव्यक्ति की।
इस कार्यक्रम में पंजाब के राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक श्री गुलाब चंद कटारिया ने भाग लिया और वहां उपस्थित लोगों के दिलों को झकझोरते हुए उनमें देशभक्ति की भावना को जागृत किया।
हमारे वीर जवानों और 22 अप्रैल के हमले में मारे गए 28 निर्दोष पीड़ितों को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ हमारे देश की दृढ़ प्रतिक्रिया थी। यह बदला नहीं था – यह न्याय था। मातृभूमि रो सकती है, लेकिन घुटने नहीं टेक सकती और भारत ने घुटने नहीं टेके। उन्होंने सशस्त्र बलों के साहस को नमन किया जिन्होंने हमले के लिए जिम्मेदार लोगों का खात्मा करने के लिए सभी बाधाओं को पार किया।
राज्यपाल ने सभी को सामूहिक शपथ दिलाई, जिसमें पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों को कभी नहीं भूलने और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने के संकल्प की पुष्टि की गई। सेक्टर-17 के प्लाजा में एकत्रित हजारों लोगों ने शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए मौन रखा।
राष्ट्रीय ध्वज गर्व से लहराते हुए कई लोगों की आंखों में आंसू थे। शहीद सैनिकों के परिवारों के सम्मान में भावुक देशभक्तिपूर्ण प्रदर्शनों ने माहौल को और भी मर्मस्पर्शी बना दिया। कार्यक्रम में नागरिक और रक्षा क्षेत्र के गणमान्य व्यक्ति भी शामिल हुए।