केंद्रीय पत्तन, पोत और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने आज नई दिल्ली में भारत के प्रमुख पुरातत्वविदों, संग्रहालयविदों और इतिहासकारों के साथ बैठक की। बैठक में भारत के प्राचीन समुद्री इतिहास का दस्तावेजीकरण करने और इस पर कई विशेष कार्यक्रम आयोजित करने के लिए एक सहयोगात्मक दृष्टिकोण पर चर्चा हुई।
इस दौरान श्री सोनोवाल ने कहा कि भारत का समुद्री इतिहास सिर्फ अतीत की विरासत नहीं है, बल्कि यह भविष्य के लिए भी मार्गदर्शक है। उन्होंने दिसंबर के मध्य में होने वाले भारतीय समुद्री विरासत सम्मेलन की शुरुआत की भी घोषणा की। यह आयोजन भारत की दस हजार वर्ष पुरानी समुद्री विरासत का पता लगाने के लिए वैश्विक विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और चिकित्सकों को एक साथ लाएगा।