मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण गवई ने कहा है कि न्यायपालिका एक संरक्षक के रूप में कार्य करती है। वे आज काठमांडू में आयोजित नेपाल-भारत संवाद को मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका न केवल न्याय प्रदान करती है, बल्कि समानता और मानवीय गरिमा सुनिश्चित करके संविधान की रक्षा भी करती है। इस दौरान श्री गवई ने न्यायशास्त्र और न्याय क्षेत्र में हालिया सुधारों पर भी बात की।
नेपाल के मुख्य न्यायाधीश प्रकाशमान सिंह राउत ने इस अवसर पर कहा कि भारत और नेपाल न केवल सीमाएं साझा करते हैं, बल्कि दोनों देशों के बीच निरंतर न्यायिक सहयोग रहा है। उन्होंने कहा कि भारत और नेपाल कानून के क्षेत्र में पेशेवर आदान-प्रदान में भी महत्वपूर्ण संबंध रखते हैं।
इस संवाद में भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य, सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों के कार्यरत न्यायाधीश, नेपाल के पूर्व मुख्य न्यायाधीश, मानवाधिकार और जलवायु परिवर्तन के पैरोकार और अन्य हितधारक शामिल हुए।