आज विश्व जूनोटिक रोग रोकथाम दिवस है। इसका उद्देश्य जानवरों से मनुष्यों में होने वाली बीमारियों के बारे में लोगों को जागरूक करना है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के शोध ने सुझाव दिया है कि वर्ष 2030 तक कुत्तों से होने वाले रेबीज को खत्म करने के लिए कार्रवाई को तेज़ करना होगा।
परिषद ने कहा है कि भारत में हर वर्ष रेबीज से करीब 5 हजार 700 लोगों की मृत्यु होती है जबकि देश में जानवरों के काटने की लगभग 91 लाख से अधिक घटनाएं होती है।