राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा है कि नवोन्मेषकों और उद्यमियों को पारंपरिक समुदायों के ज्ञान के आधार को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। राष्ट्रपति ने युवाओं को छोटे पैमाने के पारंपरिक समाधानों के महत्व को न भूलने का परामर्श दिया।
रांची में बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मेसरा के प्लेटिनम जुबली समारोह में आज राष्ट्रपति ने इस बात पर बल दिया कि युवाओं का उत्साह और प्रतिबद्धता ‘विकसित भारत’ के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। राष्ट्रपति ने कहा कि केंद्र सरकार उच्च शिक्षा में यांत्रिक मेधा को एकीकृत करने के लिए सक्रिय कदम उठा रही है।
महिला सशक्तीकरण के बारे में राष्ट्रपति ने कहा कि लड़कियां विज्ञान, इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी और गणित में पीछे नहीं हैं। राष्ट्रपति ने बीआईटी मेसरा की समृद्ध विरासत पर भी गर्व व्यक्त किया, जिसने शिक्षा और नवाचार में उत्कृष्टता के 70 वर्ष पूरे कर लिए हैं।
झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि नए भारत में लड़कियां शिक्षा के क्षेत्र में लड़कों से बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं।
इंजीनियरिंग संस्थान का छह महीने तक चलने वाला समारोह इस साल 15 जुलाई तक जारी रहेगा। राष्ट्रपति कल रांची के दो दिवसीय दौरे पर पहुंची थीं।