दिल्ली में भीषण गर्मी के बीच कई इलाकों में आज भी जल संकट बरकरार रहा। राजधानी के वसंत विहार, गीता कॉलोनी, ओखला, ईस्ट पटेल नगर, नेहरू विहार, लुटियंस दिल्ली, बवाना, नरेला, आनंद पर्वत, दिलशाद गार्डन, संगम विहार, करावल नगर और पंजाबी बस्ती सहित अन्य क्षेत्रों में पानी की समस्या बनी रही। इस बीच इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप का दौर भी जारी है।
दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर हरियाणा सरकार से पानी दिलवाने का अनुरोध किया। अपने पत्र में श्रीमती आतिशी ने दावा किया कि दिल्ली को हरियाणा द्वारा केवल पांच सौ तेरह मिलियन गैलन पानी प्रतिदिन मिल रहा है जो उनकी जरूरत से सौ मिलियन गैलन प्रतिदिन पानी कम है। उन्होंने कहा कि इसके कारण राजधानी के 28 लाख लोग पानी की कमी से प्रभावित हैं। जल मंत्री आतिशी ने प्रधानमंत्री मोदी से इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है।
इसके अलावा उन्होंने घोषणा की कि अगर 21 जून तक दिल्ली में जरूरत के अनुसार पानी नहीं मिलता है तो वह अनिश्चितकाल तक अनशन पर बैठेंगी।
दूसरी ओर भाजपा ने आतिशी के पत्र की आलोचना करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार अपनी जिम्मेदारी दूसरों पर डाल रही है। दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने सवाल उठाया कि श्रीमती आतिशी को अपने पत्र में यह भी बताना चाहिए कि दिल्ली जल बोर्ड पिछले 10 साल में 600 करोड़ के फायदे से 73 हजार करोड़ के घाटे पर कैसे आया।
इसके अलावा, जल संकट पर ध्यान बढ़ाने के लिए भाजपा ने श्री सचदेवा के नेतृत्व में दिल्ली के सभी मंडलों में दिल्ली सरकार के विरूद्ध पदयात्रा निकाली। पदयात्रा के दौरान दिल्ली के सातों सांसदों समेत अन्य भाजपा नेताओं ने जनता से बातचीत की और मिट्टी के खाली घड़े भी फोड़ें।
वहीं, कांग्रेस ने भी जल मंत्री आतिशी की चिट्ठी की आलोचना की। दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने पूछा कि अगर उन्हें यह पत्र लिखना ही था तो 15 दिन पहले क्यों नहीं लिखा। इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाया कि राजधानी में जल वितरण की योजना बेहद लचर है।
देश के कई हिस्से भीषण गर्मी की चपेट में हैं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने आज गर्मी की स्थिति और केंद्र सरकार के अस्पतालों की तैयारियों की समीक्षा की और इन अस्पतालों में भीषण गर्मी की चपेट में आए रोगियों के उपचार के लिए विशेष इकाइयां खोले जाने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि सभी अस्पताल प्रभावितों को सर्वोत्तम स्वास्थ्य सेवा प्रदान करें। सूत्रों के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्रालय विशेष रूप से उत्तरी भारत में जारी भीषण गर्मी की स्थिति को देखते हुए एक नई पहल पर भी काम कर रहा है। इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी में राम मनोहर लोहिया अस्पताल ने पिछले तीन सप्ताह में भीषण गर्मी से संबंधित बीमारी से 9 लोगों की मौत होने की पुष्टि की है। सफदरजंग अस्पताल में भी सात रोगियों की मौत हो गयी है। इन दोनों अस्पतालों में बहुत सारे मरीज भर्ती हैं। दिल्ली के अन्य अस्पतालों में भी लू के मरीज बढ़ रहे हैं।
आकाशवाणी समाचार से बात करते हुए आरएमएल अस्पताल में मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. अजय चौहान ने भीषण गर्मी के पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल में स्थापित की गई विशेष सुविधाओं के बारे में बताया। डॉ. चौहान ने गर्मी से संबंधित बीमारियों को दूर रखने के लिए बरती जाने वाली सावधानियों पर भी प्रकाश डाला।