उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज मध्य प्रदेश के उज्जैन में 66वें अखिल भारतीय कालिदास समारोह का शुभारंभ किया। इस अवसर पर राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री मोहन यादव और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास अयोध्या के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंददेव गिरि महाराज उपस्थित थे। इस दौरान वर्ष 2022-2023 का कालिदास अलंकरण सम्मान प्रदान किया गया। चार विधाओं में कुल आठ विद्वानों को सम्मानित किया गया।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि महाकवि कालिदास की रचनाओं में मानवीय भावनाओं, मनुष्य और प्रकृति के बीच अटूट रिश्ते और प्रेम की पवित्रता का अद्भुत संगम देखने को मिलता है।
उन्होंने कहा कि महान कवि ने पर्यावरण संरक्षण जैसे ज्वलंत मुद्दे के बारे में लिखा है। इसके अनुसार पर्यावरण संरक्षण और सृजन हमारे अस्तित्व के लिए आवश्यक है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि कालिदास सम्मान भारत की संस्कृति का सम्मान है। उन्होंने कहा कि जो समाज अपनी संस्कृति को कायम नहीं रख सकता, वह ज्यादा दिनों तक टिक नहीं पाता है।
18 नवंबर तक चलने वाले इस आयोजन में महाकवि कालिदास की रचनाओं और कई अन्य विषयों पर चर्चा होगी। इसके साथ ही विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा।