अमरीका ने चीन से आयात होने वाली वस्तुओं पर 245 प्रतिशत तक के नए जवाबी शुल्कों की घोषणा की है। इससे दोनों देशों के बीच व्यापार संघर्ष तेजी से बढ़ गया है। अमरीकी राष्ट्रपति के कार्यालय व्हाइट हाउस के बयान में कहा गया है कि ये कदम राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उचित है। बयान में चीन द्वारा उठाए गए कदमों का भी उल्लेख है। इनमें चीन द्वारा गैलियम, जरमेनियम, एंटीमनी और सामरिक महत्व के अन्य पदार्थों के निर्यात पर प्रतिबंध लगाना शामिल हैं।
चीन द्वारा भारी दुर्लभ धातुओं और चुम्बक सहित महत्वपूर्ण उच्च तकनीक पदार्थों का निर्यात प्रतिबंधित किए जाने के फैसले से अमरीका के ऑटोमोटिव, एयरोस्पेस, सेमीकंडक्टर और रक्षा जैसे क्षेत्रों पर असर पड़ेगा।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा है कि शुल्क युद्ध अमरीका ने शुरू किया है। लिन ने कहा कि चीन की जवाबी कार्रवाई पूरी तरह से उचित, वैध और अपने देश के अधिकारों की रक्षा तथा अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में ईमानदारी बनाए रखने के लिए है।
प्रवक्ता ने कहा कि अगर अमरीका वास्तव में बातचीत के जरिए मुद्दा सुलझाना चाहता है तो उसे अत्यधिक दबाव बनाना, धमकी देना और ब्लैकमेलिंग करना छोड़कर समानता, सम्मान और आपसी लाभ के आधार पर चीन से बातचीत करनी होगी।