भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण के एआई-संचालित आधार फेस ऑथेंटिकेशन लेन-देन में मार्च महीने में 21.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने आज कहा कि अक्टूबर 2022 में चेहरा प्रमाणीकरण समाधान की शुरुआत के बाद से 130 करोड़ से अधिक लेनदेन किए गए हैं जो इसके बढ़ते उपयोग को बताता है। जनवरी से मार्च तक लगभग साढ़े उनतालिस करोड़ फेस ऑथेंटिकेशन लेनदेन किए गए।
मंत्रालय ने बताया कि चेहरा प्रमाणीकरण भी एक मजबूत विकल्प साबित हो रहा है, विशेषकर वरिष्ठ नागरिकों और ऐसे व्यक्तियों के लिए जिन्हें विभिन्न कारणों या स्वास्थ्य स्थितियों के चलते फिंगरप्रिंट की गुणवत्ता में समस्या है। सरकारी और निजी क्षेत्र दोनों में 102 संस्थाएं आधार फेस ऑथेंटिकेशन का उपयोग कर रही हैं।
यह प्रमाणीकरण विधि उपयोगकर्ताओं को केवल चेहरे के स्कैन से अपनी पहचान सत्यापित करने में सक्षम बनाती है, साथ ही कड़े सुरक्षा मानक बनाये रखती है।