केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा है कि भारत का लक्ष्य वर्ष 2030 तक शीर्ष 10 जहाज निर्माता देशों और 2047 तक शीर्ष पांच देशों की सूची में शामिल होना है। जर्मनी में हैम्बर्ग सतत विकास सम्मेलन में अपने संबोधन में श्री जोशी ने भारत में हरित पोत परिवहन और ऊर्जा क्षेत्र में हो रहे परिवर्तन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद, भारत ने अपनी अक्षय ऊर्जा क्षमता में परिवर्तनकारी वृद्धि देखी है, जो 75 गीगावाट से 175 प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ अब 208 गीगावाट से अधिक हो गई है। श्री जोशी ने इस बात पर भी बल दिया कि सौर ऊर्जा के माध्यम से जलवायु परिवर्तन से निपटने के वैश्विक प्रयासों में 100 से अधिक देशों द्वारा समर्थित अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन भारत के नेतृत्व को प्रदर्शित करता है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश की सौर ऊर्जा क्षमता पिछले 10 वर्षों में 33 गुना बढ़ गई है। श्री जोशी ने सराहना की कि भारत आज एक स्थायी ऊर्जा भविष्य की खोज के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के साथ वैश्विक मंच पर एक बुलंद आवाज बन गया है।