वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि वसुधैव कुटुम्बकम् भारतीय सभ्यता का मूल-मंत्र रहा है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वैश्विक नेतृत्व के लिए इसी सिद्धांत को अपनाया है। श्री गोयल ने यह बात आज आज मुंबई में विश्व हिन्दू आर्थिक मंच की बैठक में कही। उन्होंने ब्रांड भारत की स्थापना: वैश्विक व्यापार में प्रतिस्पर्धात्मकता विषय पर आयोजित सत्र में कहा कि भारत की प्रगति आर्थिक विकास की गाथा मात्र नहीं है, बल्कि यह मूल्यों और मानसिकता में परिवर्तन का प्रतीक भी है। उन्होंने कहा कि नीतिगत सुधारों, नये श्रम कानूनों, डिजिटल नवाचार और बढ़ते निर्यात से वैश्विक भागीदार के रूप में भारत की स्थिति मजबूत हुई है तथा विकसित भारत की आधारशिला रख दी गई है।
सम्मेलन में देश-विदेश के नीति निर्माता, औद्योगिक हस्तियां, उद्यमी और विचारक शामिल थे। सम्मेलन में भारतीय मूल्यों के अनुरूप आर्थिक वृद्धि, नैतिक शासन और नवाचार-आधारित विकास पर बल दिया गया।