केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन, डेयरी और अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री, जॉर्ज कुरियन ने चेन्नई के पास सीआईबीए के मुत्तुकाडु प्रायोगिक स्टेशन में नए युग की झींगा उत्पादन प्रणाली की लगातार 8वीं फसल के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने तीसरी झींगा फसल बीमा योजना का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में समुद्री उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण, तटीय एक्वाकल्चर प्राधिकरण, राष्ट्रीय मत्स्य पालन विकास बोर्ड और मत्स्य पालन विभाग जैसे निर्यात और मत्स्य पालन विकास संगठनों के प्रमुखों के साथ-साथ झींगा पालन क्षेत्र के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
श्री कुरियन ने झींगा पालन उद्योग से इस नवीन उत्पादन प्रणाली को अपनाने और इसे बढावा देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि नियंत्रित परिस्थितियों में खेती की जाने वाली झींगा प्रजाति एक सिद्ध वाणिज्यिक जलीय कृषि मॉडल रही है, जो 46 हजार करोड़ रुपये तक की समुद्री खाद्य निर्यात आय में 70 प्रतिशत का योगदान देती है।