केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने आरसीएस–उड़ान कार्यक्रम के अंतर्गत सीप्लेन संचालन के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन दिशा-निर्देशों में सीप्लेन संचालन की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्धता दर्शायी गई है तथा इनमें इससे जुड़े सभी तरह के हितधारकों के दायित्वों को रेखांकित किया गया है।
श्री नायडू ने कहा कि दिशानिर्देशों का उद्देश्य देश के दूरदराज के क्षेत्रों के बीच सम्पर्क बढ़ाना तथा सभी के लिए यात्रा को और अधिक सुलभ बनाना है। उन्होंने कहा कि आरसीएस-उड़ान कार्यक्रम की सफलता के बाद, सरकार अगले 10 वर्षों के लिए आरसीएस-उड़ान 2.0 का प्रस्ताव करने पर विचार कर रही है।
श्री नायडू ने कहा कि देश सीप्लेन संचालन क्षमता का लाभ उठाने की विशिष्ट स्थिति में है और सरकार सभी तरह की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए समुद्र तट, नदियों, झीलों और द्वीपों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।