प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल ने मराठी, पाली, प्राकृत, असमिया और बंगाली भाषाओं को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने को मंजूरी दे दी है। शास्त्रीय भाषाएं भारत की प्राचीन सांस्कृतिक विरासत के संरक्षक के रूप में कार्य करती हैं, जो प्रत्येक समुदाय के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को दर्शाती है।
Site Admin | अक्टूबर 4, 2024 8:44 पूर्वाह्न
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मराठी, पाली, प्राकृत, असमिया और बंगाली को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने को मंजूरी दी
