उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज समान नागरिक संहिता के महत्व पर बल देते हुए कहा कि यह राज्य के नीति निर्देशक सिद्धान्तों में से एक है। उन्होंने आज नई दिल्ली में राज्यसभा इंटर्नशिप कार्यक्रम के पहले चरण के चौथे बैच के प्रतिभागियों को संबोधित किया।
श्री धनखड़ ने नागरिकों से प्राकृतिक संसाधनों का बुद्धिमानी से उपयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों का समान उपभोग महत्वपूर्ण है और लोगों को अपनी आवश्यकतानुसार संसाधनों का श्रेष्ठ उपयोग करना चाहिए।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि यदि नागरिक मूल कर्तव्यों के लिए प्रतिबद्ध हों, तो देश फले-फूलेगा, ज्यादा प्रयास करेगा और असाधारण प्रगति करेगा। उन्होंने राष्ट्र के भविष्य के निर्माण में व्यक्तिगत जिम्मेदारी के महत्व पर बल दिया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल ‘एक पेड़ मां के नाम’ का जिक्र करते हुए श्री धनखड़ ने नागरिकों से अपनी मां के नाम पर पौधे लगाने और उनका पालन-पोषण करने का आग्रह किया, जो जलवायु परिवर्तन से निपटने का तरीका है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि यह प्रतीकात्मक पहल नहीं, बल्कि हमारी धरती को बचाने के लिए महत्वपूर्ण कदम है।
उपराष्ट्रपि ने कहा कि सोशल मीडिया नियंत्रण मुक्त हो गया है और अनेक लोग नकारात्मकता फैला रहे हैं। इस तरह की चीजें बहुत ध्यानाकर्षित करती है और आग की तरह फैलती है।