संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सूडान के अर्धसैनिक समूह द्वारा अपने नियंत्रण वाले क्षेत्रों में प्रतिद्वंद्वी सरकार स्थापित करने की योजना को अस्वीकार कर दिया है। परिषद ने चेतावनी दी है कि इस कदम से देश की क्षेत्रीय अखंडता को खतरा है और चल रहे गृहयुद्ध के और बढ़ने का खतरा है। सुरक्षा परिषद द्वारा जारी कड़े शब्दों वाले बयान में सूडान की संप्रभुता, स्वतंत्रता और एकता के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता की स्पष्ट रूप से पुष्टि की गई है। इसमें यह भी कहा गया है कि इन सिद्धांतों को कमज़ोर करने वाले किसी भी कदम से न केवल सूडान का भविष्य, बल्कि व्यापक क्षेत्र की शांति और स्थिरता को भी खतरा है। 15 सदस्यीय परिषद ने कहा कि अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेस की घोषणा से देश के विखंडन और पहले से ही गंभीर मानवीय स्थिति के और बिगड़ने का खतरा है।
सूडान अप्रैल 2023 के मध्य में संघर्ष में उलझ गया, जब राजधानी खार्तूम में उसके सैन्य और अर्धसैनिक नेताओं के बीच लंबे समय से चल रहा तनाव भड़क उठा और पश्चिमी दारफुर सहित अन्य क्षेत्रों में फैल गया। लगभग 40 हजार 000 लोग मारे गए हैं, लगभग 13 मिलियन लोग विस्थापित हुए हैं तथा अनेक लोग अकाल के कगार पर पहुंच गए हैं।