भारत ने पाकिस्तान को आतंक, हिंसा, कट्टरता, असहिष्णुता और उग्रवाद का ‘स्रोत’ बताया है। न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की उपनिवेशीकरण समिति को संबोधित करते हुए भारत के संसदीय प्रतिनिधि रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के सांसद एन.के. प्रेमचंद्रन ने मांग की है कि पाकिस्तान अवैध रूप से कब्जा किये गये कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन बंद करे। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में जनता दमन, क्रूरता और संसाधनों के अवैध दोहन के खिलाफ खुले तौर पर विद्रोह कर रही है।
एन.के. प्रेमचन्द्रन ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद को देश की नीति के एक साधन के रूप में इस्तेमाल करने के लिए दुनिया में बदनाम है और उसने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत पर अवांछनीय आरोप लगाने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न और अविभाज्य अंग है और हमेशा रहेगा।