भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन-इसरो के अध्यक्ष डॉ. एस. सोमनाथ ने कहा है कि अंतरिक्ष में मानव निर्मित वस्तुओं पर नजर रखना चुनौतीपूर्ण है। डॉ. सोमनाथ ने आज नई दिल्ली में चाणक्य रक्षा संवाद 2024 में यह बात कही। उन्होंने कहा कि विभिन्न अंतरिक्ष यानों के प्रक्षेपण और मानव अंतरिक्ष अभियानों के कारण चंद्रमा और मंगल ग्रह पर भीड़ हो गई है।
श्री सोमनाथ ने कहा कि संचार के क्षेत्र में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और बुनियादी ढांचे में नई प्रौद्योगिकी के कारण बहुत बदलाव हो रहे हैं।
आत्मनिर्भर भारत पर श्री सोमनाथ ने कहा कि रॉकेटों के 95 प्रतिशत हिस्से भारत में बनते हैं और देश में 100 प्रतिशत उत्पादन भी किया जा सकता है।