रक्षा प्रमुख अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान नई दिल्ली में शीर्ष स्तरीय त्रि-सेवा वित्तीय सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे हैं। सम्मेलन का उद्देश्य सशस्त्र बलों के वित्तीय मुद्दों में सहयोग और तालमेल बढ़ाना है। सम्मेलन के दौरान, रक्षा वित्त में विभिन्न हितधारकों के परिप्रेक्ष्य को समझने और रक्षा खरीद में आने वाली चुनौतियों का समाधान खोजने के पहलुओं पर चर्चा होगी। सम्मेलन का आयोजन एकीकृत रक्षा स्टाफ के मुख्यालय द्वारा किया जा रहा है और यह सशस्त्र बलों में एकीकरण और संयुक्तता पर चल रहे अभियान के लिए निर्धारित उद्देश्यों के अनुरूप है। बैठक में रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, रक्षा लेखा महानियंत्रक, सेवाओं के एकीकृत वित्तीय सलाहकार और सरकारी ई-मार्केटप्लेस के अधिकारी भाग ले रहे हैं।
पत्रकारों से बात करते हुए एयर वाइस मार्शल अनिल सभरवाल ने कहा कि आज का विषय वित्तीय एकजुटता और तालमेल को बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि सभी सशस्त्र बलों के पास चुनौतियों से निपटने के लिए अत्याधुनिक उपकरण होने चाहिए। मेजर जनरल संदीप नारंग ने कहा कि देश को आगे बढ़ने के लिए आत्मनिर्भर होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन के दौरान तीनों रक्षा बल- थल, वायु और नौसेना उन्हें आवंटित बजट के साथ आगे बढ़ने के सभी तरीकों पर चर्चा करते हैं।