जामिया मिल्लिया इस्लामिया में आयोजित तीन दिवसीय 38वां अखिल भारतीय फ़ारसी शिक्षक संघ सम्मेलन आज सम्पन्न हो गया। विश्वविद्यालय के फारसी विभाग द्वारा आयोजित यह सम्मेलन दिल्ली की फारसी भाषा, साहित्य और संस्कृति की विरासत पर केंद्रित था।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय फ़ारसी शिक्षक संघ की अध्यक्ष प्रोफेसर अज़रमी दुख़्त सफ़वी ने शिक्षक संघ को और मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके अलावा उन्होंने फारसी भाषा और संस्कृति की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए देश भर के फारसी शिक्षकों से सहयोग का आह्वान किया।
इस अवसर पर प्रोफेसर सफवी ने फारसी साहित्यिक परंपरा के संबंध में विश्वविद्यालय की विरासत को भी रेखांकित किया। इसके अलावा, उन्होंने भारत में फारसी साहित्य के इतिहास में दिल्ली की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में चर्चा की।
इस सम्मेलन में भारत में ईरान के राजदूत डॉ. इराज इलाही ने कहा कि भारत और ईरान के बीच संबंधों को बढ़ावा देने में फ़ारसी भाषा और साहित्य का महत्वपूर्ण योगदान है। कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मजहर आसिफ ने ‘दारा दर्पण’ नामक एक शोध पत्रिका का भी उद्घाटन किया।