न्यूजीलैंड के खिलाफ लगातार दो टेस्ट मैच में हार के साथ ही 12 साल बाद घर में श्रृंखला खोने के बाद भारतीय टीम कल से शुरू हो रहे तीसरे टेस्ट में जीत दर्ज करने के इरादे के साथ वानखेड़े स्टेडियम में उतरेगी।
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल की दावेदारी कायम रखने के मद्देनजर भी भारत के लिए ये जीत जरूरी होगी। बेंगलुरु टेस्ट में भारत के आठ विकेट से हारने के बाद पुणे में दूसरे टेस्ट में 113 रन से बड़ी हार से बेशक न्यूजीलैंड का मनोबल ऊंचा होगा, लेकिन भारतीय टीम वापसी के लिए पूरी तरह तैयार है।
हालांकि टीम के सामने 24 साल के बाद घरेलू श्रृंखला में क्लीन स्वीप से बचने की चुनौती भी होगी। भारतीय टीम को इससे पहले फरवरी-मार्च 2000 में दक्षिण अफ्रीका से दो टेस्ट की सीरीज में क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा था।
यह पहला मौका था जब भारत को सीरीज के हर टेस्ट में हार झेलनी पड़ी थी। रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों ही कमजोर फॉर्म से जूझ रहे हैं और इसका असर टीम के प्रदर्शन पर पड़ा है। टीम को दोनों बल्लेबाजों से पुरानी फॉर्म की जरूरत होगी।
इसके अलावा टीम को सरफराज खान से भी फिर से शतकीय पारी की उम्मीद होगी। यशस्वी जायसवाल भी श्रृंखला में भारत को लिए अर्धशतक लगाने वाले चार बल्लेबाजों में शामिल हैं। उनके साथ ही ऋषभ पंत और शुभमन गिल को भी अपना योगदान देना होगा।
अब ये देखना दिलचस्प होगा कि वानखेड़े स्टेडियम की पिच पर कौन सी टीम गेंद और बल्ले से अपना कमाल दिखाती है।