केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि सहकारिता की भावना हजारों वर्षों से भारत की धरती में समााहित है। उन्होंने कहा कि भारत की रगों में सर्वजन कल्याण की भावना प्रवाहित है, जो सहकारिता का सार है। वे अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के अवसर पर मुम्बई में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।
श्री चौहान ने केन्द्र द्वारा शुरू की गई विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डाला। इसका उद्देश्य कृषि आय में वृद्धि, कृषि-सहबद्ध उद्योगों के माध्यम से किसानों की आय में वृद्धि और टिकाऊ खेती के माध्यम से पारिस्थितिकी संतुलन बनाए रखना है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इन योजनाओं के केन्द्र में छोटे और सीमांत किसान हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार के प्रमुख उद्देश्यों में देश की खाद्य सुरक्षा की रक्षा करना, किसानों की आय में वृद्धि करना, नागरिकों के लिए पौष्टिक भोजन तक पहुंच सुनिश्चित करना और ग्रह के स्वास्थ्य की रक्षा करना शामिल है।